भगवान से भी ज्यादा महत्वपूर्ण है शुद्ध भक्तों की सेवा, क्योंकि शास्त्रों में स्वयं भगवान ने एकादश स्कंद में कहा है: मद्भक्तपूजाभ्यधिका – मेरे शुद्ध भक ...
Varaha Avatar" हिंदू धर्म की दस दिव्य लीलाओं (दशावतार) में से तीसरा अवतार है, जिसमें भगवान विष्णु ने पृथ्वी की रक्षा के लिए एक विशाल वराह (सूअर) का रू ...
आचरण, प्रेम और करुणा के माध्यम से, हम न केवल अपनी जिंदगी को बेहतर बना सकते हैं, बल्कि पूरी दुनिया को बदलने की क्षमता रखते हैं। जानें कैसे!
इस लेख में जानिए कि किस तरह स्वार्थी प्रवृत्ति हमें वास्तविकता से दूर ले जाती है। एक नई दृष्टि के साथ इस दुनियाभर के संबंधों पर विचार करें।
मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण से दुर्योधन की स्थिति और युद्ध का शंखनाद: रजोगुण के प्रभावों का विस्तार से अध्ययन करें।